अगर आप रात देर रात तक जागते है और आप रात में कम नींद लेते हैं तो यह आपके लिए खतरे की घंटी हो सकती है। पांच घंटे से कम समय के लिए सोने वाले अधेड़ उम्र के पुरूषों में दिल का दौरा पडऩे या आघात होने का खतरा दोगुना बढ़ जाता है। ठीक ने नींद ना लेने से स्ट्रेस हार्मोन ‘कॉर्टिसोल’ का स्तर बढ़ जाता है। इसका सीधा नाता हमारे शरीर के वजन से भी है। कई रिसर्च में पाया गया है कम सोने से भी हमारा वजन बढ़ता है।
पहले के अध्ययन में इस बात के स्पष्ट सबूत नहीं थे कि क्या कम नींद लेने का संबंध भविष्य में दिल की बीमारी होने से जुड़ा है। इस बार 50 वर्ष की आयु वाले पुरूषों पर इस खतरे का अध्ययन किया गया है। रात में पूरी नींद ना लेने से सुबह लोगों को ज्यादा शुगर और जंक फूड खाने की तलब लगती है। अगर आप ज्यादा शक्कर वाली चीज़ें खाएंगे तो आप ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाएगा और आपको डायबिटीज़ होने की संभावना हो जाएगी।
कम सोने की वजह से ब्रेस्ट कैंसर और अन्य तरह के कैंसर भी हो सकते हैं। कैंसर पैदा करने वाले फ्री रैडिकल्स शरीर से बाहर निकलने में असमर्थ हो जाते हैं और शरीर में गंदगी जमती रहती है, जिससे अन्य बीमारियां पैदा होती हैं। हार्ट अटैक और स्ट्रोक हार्ट अटैक और स्ट्रोक सोते वक्त हमारे शरीर से गंदगी निकलती है और शरीर रिपेयर होने लगता है। इसलिये हमें सुबह ढेर सारा पानी पीना चाहिये जिससे गंदगी मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाए। ठीक से ना सोने की वजह से हाई ब्लड प्रेशर का रिस्क होता है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है।
स्वीडन में यूनिवर्सिटी ऑफ गोथेनबर्ग के मोआ बेंगटसन ने कहा, ‘बेहद व्यस्त रहने वाले लोगों के लिए सोना समय बर्बाद करने जैसा हो सकता है लेकिन हमारे अध्ययन के अनुसार कम नींद लेने से भविष्य में दिल की बीमारी होने का खतरा हो सकता है।
वर्ष 1993 में इस अध्ययन में भाग लेने के लिए 1943 में जन्मे और गोथेनबर्ग में रह रहे पुरूषों की 50 फीसदी आबादी में से इन लोगों को रैंडम तौर पर चुना गया था। अध्ययन में पाया गया कि रात में पांच घंटे या उससे कम समय तक सोने वाले पुरुषों में उच्च रक्त चाप, मधुमेह, मोटापा, कम शारीरिक गतिविधि और खराब नींद की समस्या आम पाई गई।
यह अध्ययन बताता है कि नींद बेहद जरुरी है और यह हम सभी के लिए खतरे की घंटे होना चाहिए।