सर्दी है तो लोग यह सोच कर दारू ज्यादा पी लेते हैं कि यह तो सर्दी मिटाने का जरिया है, जबकि ऐसा है नहीं। चिकित्सक मानते हैं,की दारू पीने से भले ही शरीर गर्म हो जाये लेकिन बाद में अचानक बीपी और डायबीटीज बढ़ सकता है जिससे जान को खतरा हो सकता है। लिहाजा खासतौर पर जो लोग ब्लड प्रेशर, डायबीटीज और हृदय रोग से ग्रस्त हैं उन्हें ठंड के मौसम में शरीर में गर्मी लाने के मकसद से शराब का पेग लगाने से बचना चाहिए।
ठंड के मौसम में डायबीटीज, हार्ट और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए समस्याएं बढ़ते लगती हैं
क्योंकि शरीर में खून गाढ़ा हो जाता है और धमनियों में सिकुड़न होने लगती है। इससे खून पूरी रफ्तार से धमनियों में दौड़ नहीं पाता है। इसकी वजह से खून में थक्का जमने की आशंका बढ़ जाती है इसलिए डॉक्टरों की सलाह है कि ऐसे लोगों को ठंड में तेल और मक्खन से बने खाद्य पदार्थों से भी बचकर रहना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए कि रोजाना व्यायाम से खुद को वार्मअप करें। सूर्य निकलने के बाद ही मॉर्निंग वॉक पर जाएं। शराब का सेवन पूरी तरह से बंद कर दें। ठंड में अस्पतालों की ओपीडी में पहले से बीपी और डायबीटीज के शिकार मरीजों की संख्या में करीब 20 फीसदी का इजाफा देखने को मिलता है। इसमें कई मरीजों की हालत गंभीर होने पर उन्हें भर्ती तक करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि डायबीटीज, बीपी और हार्ट के मरीज हफ्ते में एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं।अगर आप भी इन सर्दियों में जमकर दारूबाजी करने के सोच रहे हैं, तो सावधान रहे।