नई दिल्ली : प्रधानमंत्री ने बुधवार को नमो एप के माध्यम से देशभर के किसानों से बातचीत करते हुए किसानों की आय को दोगुना करने से संबंधित पहलों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर दोहराया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि हमारे मेहनती किसानों की आय 2022 तक दोगुना हो जाए। इसके लिए हम जहां भी आवश्यक हो वहां उचित सहायता की सुविधा दे रहे हैं। हमें भारत के किसानों पर विश्वास है। उन्होंने कहा कि जब देश के गांवों का, किसानों का उदय होगा तब ही भारत का भी उदय होगा। जब हमारा किसान सशक्त होगा, तब ही देश सशक्त होगा।
उन्होंने कहा कि मौसम की मार से हमारा किसान चिंता मुक्त हो, उसका विश्वास बना रहे, इसके लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत न सिर्फ प्रीमियम कम किया बल्कि इंश्योरेंस का दायरा भी बढ़ा दिया गया। उन्होंने कहा कि फसल कटाई के बाद जब किसान का उत्पाद बाजार में पहुंचता है, उसमें उसे अपने उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म ई-नेम शुरू किया गया है ताकि किसानों को अपनी उपज का पूरा पैसा मिल सके और सबसे बड़ी बात कि अब बिचौलिए किसानों का लाभ नहीं मार पाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पशुपालन, मछली पालन, मुर्गीपालन फार्म, ये तो प्रचलित हैं लेकिन मधुमक्खी पालन पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया। मधुमक्खी पालन भी किसानों के लिए एक तरह की आय का एक जरिया है। मधुमक्खी पालन न सिर्फ किसान की उपज बढ़ाने में मदद करता है बल्कि शहद के रूप में अतिरिक्त कमाई का साधन भी बनता है।
उन्होंने कहा कि ‘नीली क्रांति’ समुद्री मछली पालन के विकास एवं मछुआरों के कल्याण की एक राष्ट्रीय योजना है। इसके अन्तर्गत आर्थिक समृद्धि के लिए एक जिम्मेदार और टिकाऊ तरीके से प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसमें मछली उत्पादन को बढ़ावा देना, मछली पालन का आधुनिकीकरण, भोजन और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करना और मछुआरों और जलीय कृषि किसानों को सशक्त बनाने पर बल दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार परंपरागत कृषि विकास योजना के अंतर्गत जैविक खेती को पूरे देश में प्रोत्साहित करने में जुटी है। विशेष रूप से उत्तर पूर्व को ऑर्गेनिक खेती के हब के तौर पर विकसित किया जा रहा है। आज देश में 22 लाख हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर जैविक खेती होती है।
उन्होंने कहा कि कृषि के लिए जमीन की रक्षा हो, जमीन समृद्ध रहे, स्वस्थ रहे, इसके लिए सॉयल हेल्थ कार्ड शुरू किया गया। सॉयल हेल्थ कार्ड से मिल रही जानकारी के आधार पर, जो किसान खेती कर रहे हैं, उनकी पैदावार भी बढ़ रही है, और खाद पर खर्च भी कम हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह बहुत ख़ुशी की बात है कि अब किसान, किसान उत्पादक समूह, एएफपीओ (किसान निर्माता संगठन) बनाकर संगठित रूप में कार्य कर रहे हैं जिससे कृषि से जुड़े सामान इनको कम कीमत पर मिलते हैं एवं संगठित रूप से कार्य करने पर इनको उपज के मार्केटिंग में भी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि आज हमारा किसान अपनी मेहनत में आधुनिक मशीनों और उपकरणों को भी जोड़ रहा है और इसका लाभ अपने आस-पास के गांवों में भी पहुंचा रहा है।