भाजपा के शासन काल में स्क़ब्से ज्यादा साम्प्रदायिक घटनाएं हुई हैं, गए आंकड़े किसी और के नहीं बल्कि खुद सरकार के हैं। ऐसे में जब शशि थरूर जैसी शख्सियत भाजपा पर देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने आईओप लगाते हैं तो मामला कितना संगीन है, इसका अंदाजा हो जाता है।
दरअसल भाजपा की पूरी राजनीति ही धर्म खासतौर से हिंदुत्व पर आधारित रही है। राम मंदिर का मसला हो या तिरंगे की सियासत, हर जगह हिंदुत्व की बात हुई है। जाहिर है भाजपा पर ये आरोप बेबुनियाद तो नहीं कहे जा सकते हैं।
दरअसल कांग्रेस सांसद शशि थरूर का कहना है कि अगर सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को संसद के दोनों सदनों में बहुमत हासिल हो जाता है, तो वह लोकतंत्र पर बड़ा हमला कर सकती है, जिसकी वह तैयारी में है।
थरूर का मानना है कि कश्मीर पर अनुच्छेद 370 जैसे विभिन्न संवैधानिक प्रावधानों पर हमला एक ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने के प्रयास का हिस्सा होगा। थरूर ने कहा, “मुझे लगता है कि उनका असली एजेंडे काफी कुछ दोनों सदनों के उनके नियंत्रण में आने का इंतजार कर रहा है। और एक बार ऐसा हो जाने पर मुझे लगता है कि आप निश्चित तौर लोकतंत्र पर एक बड़ा प्रहार देखेंगे।”
उन्होंने कहा, “अन्य शब्दों में, हालांकि हम ऐसे लोगों की तरह व्यवहार कर रहे थे कि हम अच्छे लोग हैं जो निजी रूप में पूजा करते हैं, वे (भाजपा) ऐसे लोग हैं, जो धार्मिक होने का दिखावा करते हैं और अपने मतदाताओं से कहते हैं, ‘देखिए हम आपकी तरह हिंदू हैं और आपको हमें ही वोट देना चाहिए और वे ईश्वर को न मानने वाले धर्मनिरपेक्ष लोग हैं।
शशि थरूर के इन विचारों को सिरे से खारिज नहीं किया जा सकता है। क्योंकि आजकल देश में हिंदुत्व के नाम पर जिस तरह की हिंसा हो रही है वह देश की सेहत के लिए हानिकारक है।